Taj mahal kahan hai? – ताजमहल कहाँ है?

Taj mahal kahan hai

Taj mahal kahan hai? ताजमहल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा में स्थित है। ताजमहल को दुनिया के सात अजूबे भी कहा जाता है और इसे प्यार का प्रतीक भी माना जाता है।

Taj mahal Kahan per hai? Where is Taj mahal?

ताजमहल कहाँ पर है? दोस्तों अगर आपको पता नहीं की taj mahal kahan sthit hai तो में आपको बता दू की ताजमहल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा में स्थित है।

Taj mahal location

Taj mahal kahan hai

ताजमहल तो Dharmapuri, Forest Colony, Tajganj, Agra, Uttar Pradesh 282001 में स्थित है। अगर आप Google map में देखेंगे तो ऊपर जो photo दिया गया है उसीके जैसा दिखेगा।

Taj mahal timing

ताजमहल सूर्योदय से 30 मिनट पहले खुलता है और सामान्य संचालन दिवस के दौरान सूर्यास्त से 30 मिनट पहले बंद हो जाता है

Taj mahal ticket price?

भारतीय नागरिकों के लिए ताजमहल के टिकट की कीमत 50 रुपये है और 15 साल से कम उम्र के बच्चों को मुफ्त प्रवेश मिलता है। अगर किसी को मुख्य मकबरा देखना है तो उसे 200 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। अगर आप ऑनलाइन टिकट लेना चाहते हैं तो आपको प्रति भारतीय टिकट पर 5 रुपये की छूट मिलेगी।

विदेशियों के लिए टिकट की कीमत 1100 रुपये है और 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए मुफ्त प्रवेश उपलब्ध है। यदि आप मुख्य मकबरा देखना चाहते हैं, तो आपको 200 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। अगर आप ऑनलाइन टिकट लेते हैं तो आपको प्रति विदेशी टिकट पर 50 रुपये की छूट मिलेगी।

Taj Mahal Western Gate: सैहेली बुर्ज (Saheli Burj) के पास पश्चिमी द्वार पर टिकट उपलब्ध हैं। (समय- सूर्योदय से एक घंटा पहले सूर्यास्त से 45 मिनट पहले तक)।

Taj Mahal Eastern Gate: टिकट ताजमहल के पूर्वी द्वार में उपलब्ध हैं। (समय- सूर्योदय से एक घंटा पहले सूर्यास्त से 45 मिनट पहले तक)।

ताजमहल के निर्माण की कीमत?

ताजमहल का इतिहास बहुत पुराना है। माना जाता है कि ताजमहल का निर्माण 1653 में करीब 32 करोड़ रुपये में हुआ था, जो आज के समय में 70 अरब रुपये होगा।

ताजमहल किस वर्ष बनाया गया था?

ताजमहल का निर्माण 1632 से 1648 तक पूरा हो गया था लेकिन गेस्ट हाउस के साथ बाहरी प्रांगण और दक्षिण में मुख्य प्रवेश द्वार और इसके मठों को बाद में जोड़ा गया और 1653 में पूरा किया गया। जिसमें लगभग 22 साल लगे।

ताजमहल क्यों बनाया गया था?

शाहजहाँ ने ताजमहल को अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था। ऐसा कहा जाता है कि मुमताज महल ने अपने अंतिम दिनों में एक मकबरा बनाने की इच्छा जताई थी। और आप को तो पता ही हे की ताजमहल का नाम मुमताज महल के नाम से ही आया है।

ताजमहल को सजाने के लिए लगभग 28 प्रकार के अर्ध-कीमती और कीमती पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था और तिब्बत, चीन, श्रीलंका और भारत के कुछ क्षेत्रों के माध्यम से खरीदे गए थे।

पहला ताजमहल बुरहानपुर (मध्य प्रदेश) में बन रहा था, क्योंकि मुमताज महल की मृत्यु उसी स्थान पर हुई थी। दुर्भाग्य से, बुरहानपुर (मध्य प्रदेश) सफेद मार्बल की आपूर्ति नहीं कर सका। इसलिए, ताजमहल आगरा में बनाया गया था जो आज एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।

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